फैशन के क्षेत्र में क्या हो रहा है?What is happening in the field of fashion?



                        field of fashion

What is happening in the field of fashion?फैशन के क्षेत्र में क्या हो रहा ?


रहन-सहन अनुसार बदलने वाले फैशन :-- 

)-- फैशन एक ऐसी प्रक्रिया है जो शुरू से लेकर अभी तक निरंतर निरंतर चलता आ रहा है और नए-नए रूप धारण करता जा रहा है फैशन तो एक तरह का चक्र है। जो समय अनुसार परिवर्तित होता रहता है। तथा किसी भी तरह का फैशन पुराना है या नया उसे एक नए तरह से बाजार में लोगों के सम्मुख पेश करते हैं। आज के समय फैशन क्षेत्र इतना प्रख्यात है कि लोग हर चीज में फैशन ढूंढ ही लेते हैं तथा लोग फैशन को ज्यादा से ज्यादा अपना रहे हैं और अपना जीवन फैशन के क्षेत्र के अनुरूप ढाल रहे है। तथा लोग  साधारण जिंदगी  फैशन के अनुरूप ही जीते हैं। अभी के समय में लोग सादगी में ही फैशन को ढूंढते हैं फैशन सिर्फ वस्त्र से संबंधित नहीं है बल्कि हमारे जीवन में हो रहे सभी कार्य फैशन कहलाता है मतलब हम फैशनेबल वस्त्र पहने के साथ-साथ खुद को भी फैशनेबल महसूस करते हैं। जैसे तरह-तरह के डिजाइनर ड्रेस के साथ-साथ बोलचाल रहन-सहन , वेशभूषा, रंग रूप आदि सभी चीजें अभी के समय में फैशन क्षेत्र में आने लगे हैं। लोग मनपसंद पेशाक पहनने के साथ-साथ अच्छा घर अच्छी गाड़ी इत्यादि सभी फैशन के अनुसार अपनाने की कोशिश में लगे रहते हैं। अर्थात सभी चाहते हैं अपनी लाइफ आलीशान व फैशनेबल हो। 



मौसम के अनुरूप फैशन:- 

देखा जाए तो अभी के समय में फैशन क्षेत्र में काफी उन्नति व फैशनेबल सभी चीज देखने को मिल रहे है। जैसे तरह-तरह की डिजाइनें पोशाके डिजाइनर, फुटवियर स्टाइलिश हेयर स्टाइल्स और बाकी सभी प्रक्रिया फैशन क्षेत्र में देखने को मिलते हैं।  फैशन ऐसी प्रक्रिया है जो समय अनुसार परिवर्तित होती रहती है। मौसम के अनुसार फैशन चलता रहता है।  मौसम के अनुसार लोग फैशन अपना लेते हैं तथा जैसा भी मौसम हो लोग अपना फैशन ढूंढ ही लेते हैं लोग ज्यादा से ज्यादा फैशन कपड़े में दिखाते हैं। तरह-तरह के डिजाइनर ड्रेस पहनना और लोगों के सम्मुख नए रूप में प्रस्तुत करना जिसे लोग ज्यादा से ज्यादा अपनाते हैं वह सब फैशन के अनुरूप ही आते हैं। फैशन क्षेत्र में क्या हो रहा है यह जाने से पहले हम फैशन के बारे में जानेंगे । 

फैशन क्षेत्र में नए नए वस्त्रों के डिजाइन स्टाइल का समय के अनुसार धीरे-धीरे विकास हुआ है। Evolution से तात्पर्य यह है कि खासतौर से फैशन के क्षेत्र में जो Gradually Development अर्थात समय के अनुसार जो विकास हुआ है वह समाज में एक प्रशंसनीय कार्य है हमारे भारत देश में तरह-तरह की सभ्यता व संस्कृति के उतार-चढ़ाव हुए उसी के अनुसार यहां के रीति-रिवाजों में भी परिवर्तन होते रहे हैं। इन परिवर्तन के फल स्वरुप ही कई प्रकार के उद्योग धंधे भी विकसित हुए हैं जिनमें से कपड़ा उद्योग आज का एक बहुत बड़ा उद्योग बन चुका है फैशन के अनुसार वस्तुओं को आकर्षक व सुंदर बनाने के लिए डिजाइन का ही महत्वपूर्ण स्थान है जिसको देखकर फैशन और भी समृद्धि की और बढ़ता है। परिधान को विशेष सुंदर बनाने के लिए उस पर खूबसूरत डिजाइन बनाना पड़ता है और कपड़ा डिजाइन से पूर्व वस्त्र जब शरीर पर सुंदर फिटिंग से सजता है तो पहनने वाला बनाने वाला दोनों ही खिल उठता है। अतः परिधान विकास में श्रेष्ठ कार्य वस्तु को आकर्षक बनाना है और भी विभिन्न आकृतियों पर उसको फिट करना है तभी हम अपने कार्य में सफल हो सकते हैं।  


फैशन क्षेत्र :-- 

फैशन में अभी क्या चल रहा है फैशन क्या है कैसे शुरू हुई इसके बारे में जानेंगे। स्वतंत्रता के पश्चात सरकार ने प्रधान के महत्व को समझा आज के जन-जीवन में जागरण लाने के उद्देश्य से तथा जनसाधारण को प्रोत्साहित करने के लिए आम जनता को कई प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराई है। फैशन की शुरुआत ब्रिटिश काल से हुई  तथा स्वतंत्रता के पश्चात देश को अपने हिसाब से पहनवा व जीने रहने सभी समुदाय को आजादी मिली और अभी के समय फैशन कॉफी आगे बढ़ गया है। और फैशन इतना ज्यादा आगे की ओर बढ़ रहा है जिसे लोग देखकर कॉफी होड़ के साथ आगे कि और बढ़ रहे है और विचित्र विचित्र फैशन अपना रहे हैं चाहे वह कैसा भी पहनावा और रहन-सहन हो। 

अभी के समय फैशन क्षेत्र में पहनावा के साथ-साथ तौर तरीके बोलचाल रहन-सहन आदि सब कार्य फैशन क्षेत्र में देखने को मिल रहे हैं। तथा इन सभी में से सबसे ज्यादा फैशन क्षेत्र में पहनावा के साथ-साथ ड्रेस के अनुसार मेकअप करना, हेयर स्टाइल करना, तथा खुद को तैयार करना सब फैशन क्षेत्र में देखने को मिलता है। और फैशन क्षेत्र में पोशाक, भोजन साहित्य कला, वास्तु कला फैशन के रुझान और कई अन्य लोकप्रिय कारकों की शैली अक्सर तेजी से बदलते हैं और  फैशन अक्सर इन प्रवृत्तियों के नवीनतम संस्करण का वर्णन करने के लिए प्रयोग किया जाता है। तथा फैशन एक ऐसी प्रक्रिया है जो कहीं वह किसी भी रुप में ढल जाता है । चाहे कोई भी क्षेत्र हो सभी समुदाय के लोग फैशन से वंचित नहीं रहते हैं तथा अपने पहनावा में ही फैशन ढूंढ ही लेते हैं और अपने अपने पहनावा को भी  प्रदान कर स्टाइलिश अवतार धारण कर ही लेते हैं। 


अभी के समय चलने वाला फैशन :- 

अभी के समय हर एक समुदाय फैशन के प्रति ज्यादा उन्मुख हो रहे हैं और पहनावा इतनी तेजी से आगे की और बढ़ रहा है कि लोग ज्यादा से ज्यादा नए तरह के पहनावा को पसंद कर रहे हैं तथा ज्यादा से ज्यादा पसंद व खरीदारी की जा रही पोशाक ही ट्रेंडिंग रूप धारण कर लेता है। तथा नए फैशन और पहनावा के अलग-अलग रुझान के बारे में सोचते समय लोग ऐसे ही विचार सोचते हैं जिसमें समाज के सदस्यों के लिए एक निश्चित संदेश लोगों को एक निश्चित राय व्यक्त करने के लिए एक निश्चित तरीके की खुद को पेश करने के लिए एक निश्चित फैशन पहनने के लिए चुनते हैं इस तरह फैशन पसंद पर निर्भर करता है। फैशन एक तरह का खुलासा है कपड़े लोगों के समूह का खुलासा करता है फैशन जो है वह रंग रूप बदलता रहता है पहनावा में तरह-तरह के महिलाएं का पहनावा और पुरुषों का पहनावा देखने को मिलता है। फैशन चित्र में तरह-तरह के पहनावा रहन-सहन वेशभूषा बोलचाल सभी सत्र में आते हैं। अभी के समय में फैशन क्षेत्र में यही सब चल रहा है। 

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What is an over lock machine? And what are its parts and safe methods that can be taken while running. ओवर लॉक मशीन क्या है । तथा इसके पुर्जे तथा चलाते समय ली जा सकने वाली सुरछित विधियां क्या है।

 

                  over lock machine


ओवर लॉक मशीन क्या है ? तथा इसके पुर्जे तथा चलाते समय ली जा सकने वाली सुरछित विधियां क्या है। 

ओवरलॉक मशीन :-  

ओवरलॉक मशीन पोशाकों के किनारों को अंतिम रूप प्रदान करने के लिए प्रयोग की जाती है इसके अलावा एक से अधिक धागों के समूह के साथ भी कपड़ों की सिलाई करती है। इस मशीन की स्टिच लेंथ 0 से 5 मिली मीटर तक है। इसके द्वारा सिलाई किए गए कपड़े को stitch किया जा सकता है। 


ओवरलॉक मशीन

आजकल इस मशीन का प्रयोग उन बड़े औद्योगिक केंद्रों में होता है जहां बड़े पैमाने पर रेडीमेड कपड़े तैयार किए जाते हैं इन केंद्रों में रोजाना हजारों की संख्या में गारमेंट तैयार होते हैं इस मशीन से पोशाक जल्दी बनाई जा सकती है इस मशीन पर सिलाई करने से पोशाकों का साइज भी घटता बढ़ता नहीं है। इस मशीन की सिलाई भी साफ तथा आकर्षक होती है जब भी कोई गरम रेशमी या संस्था एक कपड़ा काटकर सिलाई करते हैं तो उसके रेशे निकल आते हैं। पहले तो टेलर धागों को निकलने से रोकने के लिए स्वयं या अपने सहायक से कपड़े को किनारी करवाते थें। किनारी अधिक बारीक टांका होता है इसको करने में टेलर या उसके सहायक का काफी समय बर्बाद होता था अब यह काम ओवरलॉक मशीन शीघ्र ही कर देती है। अब बड़े औद्योगिक गारमेंट्स के स्थानों पर पेंट कमीज तथा जींस आदि को सिलाई से पहले ही ओवर लॉक कर लेते हैं यह सब ओवरलॉक मशीन की सहायता से करते हैं अब बाजार में भी जो टेलर हैं जिनका काम अधिक है जिनके पास कई कारीगर है ओवरलॉक मशीन की सिलाई तथा कन्नी का प्रयोग करते हैं। बाजार में जो दुकानदार केवल पगड़ी या तथा चुनरिया ही भेजते हैं उन्होंने ओवरलॉक मशीन रखी हुई है इन मशीनों द्वारा ही पीको का काम रोजाना करवाते हैं कई कारीगरों ने केवल और लॉक मशीन रखी हुई है वह बाजार से काम करके ओवरलॉक मशीन की सहायता से रोजी-रोटी कमाते हैं इस मशीन का मुख्य लाभ यह है कि कपड़े का किनारा पक्का हो जाता है जल्दी उधड़ता नहीं तथा काम भी जल्दी हो जाता है। 

ओवरलॉक मशीन के भाग ( parts of over lock machine)   
ओवरलॉक मशीन के निम्नलिखित भाग है:- - 

1. सतह या बैड ( Bed of working surface)  
2. डिफ्रेशियल फीड (Differential Feed) 
3.डिफ्रेशियलरैगूलेटर(Differential FeeRegulator)  
4. दंदराल ( Feed Dog)  
5. डम्मी सूई ( Dummy Needle) 
6. चाकू ( Knives)  
7. हैंड  व्हील (Hand wheel)  
8. लीवर लूपर ( Lever looper)
9. नीडल बार (Needle bar) 
10. प्रेशर बार लिफ्टर ( Pressure Bar Lifter) 
11. प्रेशर फुट लिफ्टर ( Pressure Foot Lifter)
12. एस . पी . एम (S.P.M)
13. स्प्रेडर ( Sprayer)  
14. स्टिच लेंथ रेगुलेटर ( Stitch length Regulator) 
15. मेज (Table)
16. थ्रेड फिंगर (Thread Finger)  
17. अपर लूपर ( Upper Looper ) 
18. विड्थ ( Width)  
19.  सिलेक्शन नोब ( Selection knob) 

काम करते समय ध्यान में रखे जाने वाली सुरक्षित विधियां ( Safety During Working)  

1. अवर लॉक मशीन पर काम करते समय चुस्त तथा टाइट।      कपड़े पहने ।  
2. हाथ में छल्ले, घड़ी या खुला कड़ा नहीं पहनना चाहिए। 
3. आंखों में उड़कर धागा आदि ना पड़े ऐनक आदि का              प्रयोग कर लेना चाहिए।
4. कॉटन वेस्ट तथा डस्टर से चलती मशीन साफ ना करें। 
5. मशीन में से निकला धागा या बुर हाथ से साफ ना करें। 
6. चलती मशीन को हाथ से ना रोको। 
7. मशीन को चलाने से पहले इसको हाथ से चला कर इसकी     ठीक होने की try ले लो। 
8. मशीन को चलाने से पहले इसको साफ करो तथा तेल दो। 
9. मशीन को चलाने से पहले इसके पूरे कंट्रोलो का ज्ञान।         प्राप्त करो। 
10. Over lock एक ऑटोमेटिक टाइप मशीन है, मशीन।        पर काम करते समय बातों में ना लगे। 
11. मशीन के ऊपर रोशनी का पूरा प्रबंध करके बैठो। 
12. कपड़े की बची हुई कतरन उसको झाड़ू आदि से इकट्ठा।        करके ठिकाने लगाओ। 
13. कभी भी नंगे पांव मशीन ना चलाओ नीचे लकड़ी का।          तख्ता रखो। 
14. किसी भी तैयार हो रहे तो पोशाक का माप चलती।             मशीन पर ना लो। 
15. कभी भी टूल या अन्य औजार मशीन पर ना रखो। धागे       भी धागे दानी में टिका कर रखो धागा बदलते समय मशीन।    बंद कर लेनी चाहिए। 
16. कभी भी चलती मशीन को छोड़कर ना जाओ। 
17. यदि मशीन खराब हो जाए तो उसको स्वयं ठीक करने का प्रयत्न नहीं करना चाहिए यदि मशीन बिजली की सप्लाई कर के ना चल रही हो तो बिजली की तारों को बिना जानकारी के नहीं छेड़ना चाहिए। ऐसा करने पर करंट लग सकता है तथा बड़ा हादसा हो सकता है। 
18.  Over lock  मशीन पर काम खत्म होने से मेन स्विच बंद कर देना चाहिए। 
19. बिना जानकारी के फ्यूज नहीं लगाना चाहिए। 
20. मशीन के साथ अर्थ जरूर होना चाहिए। 

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