Modern fashion approaches
आधुनिक फैशन दृष्टिकोण क्या है?What is the modern fashion approaches?
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आधुनिक फैशन वह फैशन है जो अभी तक के फैशन चल रहे हैं तरह-तरह के कपड़े पहनने आदमी हो या औरत शुरू से लेकर अब तक के समय में जिस तरह कोई फैशनेबल वस्त्र धारण करते हैं उसे ही आधुनिक फैशन कहते हैं। फैशन को आधुनिक दृष्टिकोण द्वारा देखा जाए तो आधुनिक फैशन एक तरह का खुला फैशन है।
आज उसी आधुनिक फैशन बारे में जानेंगे।
आधुनिक फैशन वह फैशन है जिसमे वस्त्र से लेकर सजावट सभी आते हैं। जैसा कि आजकल के समय में फैशन के तौर पर फैशन के तरीके एकदम बदल रहे है। फैशन चाहे जैसा भी हो हेयर स्टाइल हो या फिर कुछ और हो वह दिन प्रतिदिन बदल रहे हैं। तथा इन्ही आधुनिक फैशन व पहनावा की वजह से हमें बहुत कुछ नुकसान होता है। तथा आधुनिक फैशन की वजह से बहुत से लोगों की मानसिक स्थिति भी बिगड़ जाती है तथा फैशन ऐसी प्रक्रिया है जिसे करना सब जानते हैं और करना पसंद करते हैं। फैशन के साथ-साथ आधुनिक दौर में हमें आधुनिक फैशन करना तो चाहिए पर फैशन को अपने ऊपर हावी नहीं
होने देना चाहिए। तथा कई लोग ऐसे भी होते हैं जो फैशन में इतने अंधे हो जाते है । फैशन अपनाते अपनाते वह ऐसा फैशनेबल रूप धारण कर लेते हैं जिससे वह पहचाने भी नहीं जाते कि वह वास्तविक देखने में लड़का है या लड़की खुद को पूरी तरह से बदल लेते हैं। फैशन आधार पर हम सभी जानते हैं कि बहुत सी लड़कियां ऐसी होती हैं जिन्हें लंबे बाल रखना बेहद पसंद होता हैं पर आजकल आधुनिक फैशन के क्षेत्र में हम देख पाते हैं कि लड़के भी लंबे बाल रखने लगे हैं हमें यह मानना चाहिए इस तरह के फैशन कहां तक सही माने जाते हैं।
होने देना चाहिए। तथा कई लोग ऐसे भी होते हैं जो फैशन में इतने अंधे हो जाते है । फैशन अपनाते अपनाते वह ऐसा फैशनेबल रूप धारण कर लेते हैं जिससे वह पहचाने भी नहीं जाते कि वह वास्तविक देखने में लड़का है या लड़की खुद को पूरी तरह से बदल लेते हैं। फैशन आधार पर हम सभी जानते हैं कि बहुत सी लड़कियां ऐसी होती हैं जिन्हें लंबे बाल रखना बेहद पसंद होता हैं पर आजकल आधुनिक फैशन के क्षेत्र में हम देख पाते हैं कि लड़के भी लंबे बाल रखने लगे हैं हमें यह मानना चाहिए इस तरह के फैशन कहां तक सही माने जाते हैं।
तथा इसके अलावा हमें आधुनिक दौर में आधुनिक फैशन के रूप में यह देख पाते हैं कि कई लड़कियां, महिलाएं ऐसा फैशन रूप धारण करती हैं जिससे उनके शरीर का प्रदर्शन होता है हम सभी को सोचना चाहिए इस तरह के फैशन की क्या जरूरत है । लड़कियां खुद ब खुद ऐसा प्रदर्शन दिखाती हैं। जिसे सभी व्यक्ति देखते हैं तथा उसे दिखावे, प्रदर्शन से ही लोगों की मानसिक स्थिति पर बुरा प्रभाव पड़ता है। में यह कहना चाहूंगी कि आधुनिक फैशन के वजह से पहनावे से, प्रदर्शन से, दिखावे से ही सभी लड़कियां सुरक्षित नहीं रह गई है इसलिए हमें आज के समय में कई तरह के कुकृत्य व दुष्कर्म होते देखने को मिल रहे हैं इस तरह की घटनाएं होने का कारण एक फैशन भी है। वैसे इस तरह के फैशन के अलावा बहुत सी घटनाएं घटती हैं पर हम फैशन को नजरअंदाज भी नहीं कर सकते हैं हम सभी को आधुनिक फैशन के अंधाधुन में अपनी संस्कृति और परंपराओं को नहीं भूलना चाहिए हम सभी को पारंपरिक व संस्कृति से परिपूर्ण वस्त्र धारण करना चाहिए। हम सभी को ऐसा वस्त्र वह हेयर स्टाइल तथा फैशनेबल रूप धारण करना चाहिए जिसे देख लोग सभ्यता के कारण साथ-साथ संस्कृति को भूले ना और संस्कृति पहनावा पर गर्व होना चाहिए कि लोग अपनी संस्कृति व परंपराओं में बना रहे। विदेशी पहनावे को पाश्चात्य संस्कृति को बढ़ावा दे तो यह सही नहीं है।
हमारा मानना यह है कि आधुनिक युग में फैशन करने में मनाई नहीं है पर फैशन में इस तरह डूब जाना कि हमें इसके अलावा अपनी संस्कृति नजर ही ना आए। फैशन करो पर मर्यादा में रहकर फैशन किया जाना चाहिए हमें अपने देश के हिसाब से जीना चाहिए हमारे देश के जो भी पहनावे हो उसी को ही महत्वपूर्ण पहनावा समझना चाहिए व उसी को ही फैशन मानना चाहिए। अब के समय में फैशन इतना आगे की और बढ़ गया है कि उसे रोकना व सही रूप देना असंभव सा लगता है। आधुनिक दौर में आधुनिक फैशन ऐसा फैशन बन गया है जिसे लोग हवस की नजर से देखते हैं लोगों के पहनावे को यदि हम किसी तरह का फैशन करते ही हैं तो हमें फैशन की भूत को अपने दिमाग में नहीं चढ़ाना चाहिए । फैशन एक ऐसा भूत है, जिसकी वजह से बहुत सारे लोगो की जिंदगी बर्बाद हो जाती है तथा लोग फैशन में इतना चूर हो गए हैं कि अपने पैसे को पानी की तरह बहा रहे हैं। देखा जाए तो अब के समय में पुरुषों की अपेक्षा महिलाए, लड़कियो मैं देखने को मिलता है जो छोटे कपड़े पहन शरीर का प्रदर्शन करती है।
मेरा मानना यह है कि फैशन व्यक्ति करें पर फैशन में इतना ना डूब जाए खुद को लज्जाहिन महसूस हो। तथा फ़ूहड़ पहनावे के वजह से महिलाएं सुरक्षित नहीं रह गई हैं तथा लज्जा हीन होती जा रही हैं। जहां तक हम सब को देखने में आ रहा है जैसे जैसे पैशन आगे की ओर बढ़ रही है वैसे-वैसे पुरुषों का पहनावा तथा सिर पर लंबे बाल रखने के तरीके बढ़ती जा रही है। जो वस्त्र धारण कर रहे हैं पुरुष उसकी लंबाई ज्यादा देखने को मिल रहे हैं। ठीक उल्टा लड़कियां महिलाए के पहनावे दिन पर दिन छोटे छोटे होते जा रहे हैं इसमें लज्जा किस में देखने को मिल रही है महिलाओं में अगर लज्जा देखने को मिलती तो सभी महिलाएं ऐसे छोटे छोटे
वस्त्र पहनकर शरीर का प्रदर्शन नहीं करती होती। कहने का तात्पर्य यह है कि लोग कहते हैं कि कपड़े चाहे जैसा भी पहनो नजर अच्छी होनी चाहिए यह कहां तक सही है। आप फैशन करो ऐसा करो लोग देखने के साथ-साथ तारीफ भी करें ऐसा फैशन अपनाएं जिसे लोग हवस के नजर से नहीं इज्जत के नजर से देखें क्योंकि हम हर लोगों को सिखाते समझाते नहीं रह सकते इसलिए हमें ही अपने पहनावे व फैशन को ऐसे ढंग से प्रस्तुत करना चाहिए कि लोग ऐसी भावना मन में लाए ही नहीं । दूसरे को बदलने से पहले खुद को बदलना चाहिए ।
इन सभी बातों से यह ज्ञात होता है कि आधुनिक दौर मे आधुनिक फैशन को विचित्र न बनाकर संस्कृति रूप देते हुए फैशन करे और फैशनेबल बने ।
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